शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2011

श्री तेरापंथ मंडल : ज्ञानशाला

ज्ञानशाला की पृष्ठभूमि
महासभा द्वारा भावी पीढ़ी को संस्कारित, सुयोग्य और सम्यक दृष्टिसंपन्न बनाने के लिए तथा किशोर वय में ही उन्हें आध्यात्मिक, धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित कराने हेतु व्यापक स्तर पर पूरे देश में ज्ञानशालाओं का संचालन किया जाता है। इन ज्ञानशालाओं में जैन जीवन शैली और जैन तत्वों की प्राथमिक जानकारी देकर बच्चों को धार्मिक जीवन पद्धत्ति की ओर उन्मुख किया जाता है, साथ ही एक पूर्ण मनुष्य के निर्माण कि आधारशिला रखी जाती है। 

ज्ञानशाला का महत्व
  • बाल पीढ़ी के संस्कारों को सुदृढ़ करने की सार्थक कोशिश।
  • बाल पीढ़ी में जैन तत्व दर्शन की आधारशिला का निर्माण।
  • बाल पीढ़ी को स्वस्थ एवं संतुलित जीवन क्रम का दिशा बोध देने के लिए जीवन विज्ञान प्रशिक्षण।
  • भौतिक संसाधनों की अंधी दौड़ में दिग्भ्रमित बाल पीढ़ी को समायोजित पथ दर्शन के लिए अणुव्रत प्रशिक्षण।
  • आध्यात्मिक, शैक्षणिक, व्यावहारिक, सांस्कृतिक, संघीय एवं व्यक्तित्व निर्माण की बहुरंगी विधाओं का सजग प्रशिक्षण।
  • धर्मसंघ की एवं समाज की ऐसी पीढ़ी का निर्माण जिस पर हर आने वाला कल गर्व कर सके।


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